पुलिस के अनुसार पीड़िता अपने मंगेतर के साथ घर जा रही थी. उसी दौरान तीन युवकों ने इन्हें पकड़ लिया और जंगल ले गए. जहां पर पीड़िता के साथ कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया गया.
प्रदूषण विभाग के अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक आने वाले कुछ दिनों में वायु प्रदूषण से राहत मिलने की उम्मीद नहीं दिखाई दे रही है. अधिकारियों ने चिंता जताई है कि एक्यूआई 400 के पार पहुंचाने की उम्मीद है.
कनाडा के हाई कमिश्नर रहे संजय वर्मा ने कहा कि कनाडा में रहने वाले खालिस्तानी आतंकी भारतीय नहीं, बल्कि कनाडा के नागरिक हैं. ये लोग कनाडा की जमीन से भारत के खिलाफ काम कर रहे हैं. हम सिर्फ इतना चाहते हैं कि कनाडा सरकार ऐसे लोगों के साथ काम नहीं करे. ये भारत की संप्रभुता और अखंडता को चुनौती दे रहे हैं.
जानकारी के अनुसार बदमाशों ने दो बार मिनी बस पर फायरिंग की. जिसके बाद मिनी बस में मौजूद सभी 28 स्कूली बच्चे डर गए. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और एक युवक को हिरासत में लिया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने अपने पहले दोनों कार्यकालों की उपलब्धियों का ज़िक्र करते हुए दावा किया कि उनके तीसरे कार्यकाल के पहले 125 दिन में भारत ने हर मामले में तेज़ रफ़्तार से तरक्की की है. NDTV वर्ल्ड समिट में 'NDTV वर्ल्ड' चैनल को लॉन्च करते हुए पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि जब समूची दुनिया अलग-अलग मुद्दों को लेकर चिंता में डूबी है, भारत दुनियाभर में उम्मीद की किरण के तौर पर सामने आया है.
दिल्ली हाईकोर्ट ने मधु कोड़ा (Madhu Koda) की याचिका को यह कहते हुए खारिज कर दिया था कि याचिकाकर्ता केवल इस आधार पर फैसले पर रोक लगाना चाहता है कि वह चुनाव लड़ सके, जो उचित नहीं है.
कनाडा से लौटे भारतीय उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा ने कहा कि ट्रूडो सरकार कभी भी खालिस्तानियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करती. इससे ये तो साफ है कि अगर आप उनके खिलाफ कोई एक्शन नहीं लेते तो आप उनका समर्थन करते हैं.
UP By Poll: फूलपुर सीट से जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी का नाम जुड़ा हुआ है. कांग्रेस को लगता है कि प्रयागराज से सटी ये सीट कांग्रेस की पुश्तैनी सीट है. कांग्रेस को शायद लगता है कि उसका इस सीट पर प्रभाव है. लेकिन अखिलेश पहले ही उम्मीदवार घोषित कर चुके हैं.
जयशंकर ने भारत और PM मोदी पर दुनिया के बढ़ते भरोसे का जिक्र किया. उन्होंने कहा, "आज दुनिया में बहुत कम ऐसे नेता हैं, जो रूस के बाद यूक्रेन का दौरा कर सकते हैं. दोनों जगहों पर अपनी बात खुलकर रख सकते हैं.