भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार होने से लेकर CM पद छोड़ने तक, पढ़ें केजरीवाल के मामले में कब-कब क्या हुआ
Arvind Kejriwal ने दो दिन बाद इस्तीफा देने की घोषणा की है.
नई दिल्ली:
Arvind Kejriwal Resignation:मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आबकारी नीति मामले में सुप्रीम कोर्ट से शुक्रवार को सशर्त जमानत मिली है और जमानत मिलने के 48 घंटों के अंदर ही उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा देने की घोषणा कर दी है. बता दें कि जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस उज्जल भुइयां की पीठ ने सीएम अरविंद केजरीवाल को जमानत देते हुए कहा ता कि उन्हें लंबे वक्त तक जेल में रखना स्वतंत्रता से अन्यायपूर्ण वंचित रखना है. सीएम अरविंद केरजीवाल को अदालत से 10 लाख रुपये के बॉन्ड पर जमानत मिली है. तो चलिए आपको बताते हैं कि अरविंद केजरीवाल के मामले में कब-कब क्या-क्या हुआ.
21 मार्च 2024 को किया था गिरफ्तार
अरविंद केजरीवाल को 21 मार्च 2024 को प्रवर्तन निदेशालय ने शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था. इसके बाद वह गिरफ्तार होने वाले पहले मुख्यमंत्री भी बन गए. ईडी ने सीएम केजरीवाल को पेश होने के लिए 9 बार समन भेजा था लेकिन हर बार केजरीवाल ने इसे अवैध बताते हुए नजरअंदाज कर दिया था. इसी के चलते उन्हें 21 मार्च को गिरफ्तार कर लिया गया था.यह भी पढ़ें :'कांग्रेस के साथ जाने से लेकर जेल से सरकार चलाने तक...' यहां पढ़ें अरविंद केजरीवाल के 5 बड़े फैसले
10 मई 2024 को मिली थी अंतरिम जमानत
लोकसभा चुनाव से पहले अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट ने 10 मई से 1 जून तक के लिए कुछ शर्तों के साथ अंतरिम जमानत दी थी. उन्हें अंतरिम जमानत देते हुए इस बात पर जोर दिया गया था कि अरविंद केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय पार्टी में से एक के नेता हैं. साथ ही उनका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है और वह समाज के लिए किसी तरह का खतरा नहीं हैं.2 जून 2024 को केजरीवाल ने तिहाड़ जेल में किया था सरेंडर
शराब नीति मामले में 1 जून 2024 को अंतरिम जमानत खत्म हो जाने के बाद सीएम अरविंद केजरीवाल ने 2 जून को तिहाड़ जेल में सरेंडर कर दिया था. इसके बाद से ही वह जेल में बंद थे.26 जून 2024 को सीबीआई ने केजरीवाल को किया था औपचारिक रूप से गिरफ्तार
सीबीआई ने कथित शराब घोटाले से जुड़े भ्रष्टाचार मामले में अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया था. राउज एवेन्यू कोर्ट ने विशेष न्यायाधीश अमिताभ रावत ने सीबीआई को औपराचिक रूप से केजरीवाल को गिरफ्तार करने की इजाजत दे दी थी और वह इससे पहले से ही ईडी मामले में हिरासत में थे.यह भी पढ़ें :केजरीवाल के 2 दिन बाद इस्तीफ़े देने के ऐलान पर क्या बोले दिग्गज नेता,यहां देखिए