'तू शिकायत करेगा...' मोहाली में पार्किंग विवाद पर पड़ोसी ने साइंटिस्ट को दिया धक्का, हो गई मौत
2025-03-13 HaiPress
मोहाली में पार्किंग विवाद.
मोहाली:
मोहाली में पार्किंग को लेकर हुए विवाद (Mohali Parking Row) में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च (IISER) के एक साइंटिस्ट की मौत हो गई. यह घटना वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई. मृतक की पहचान अभिषेक स्वर्णकार के रूप में हुई है,जो मूल रूप से झारखंड के धनबाद के रहने वाले थे.
39 साल के अभिषेक स्वर्णकार मोहाली के भारतीय विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान संस्थान में काम करते थे. वह मोहाली के सेक्टर 67 में किराए के घर में रहते थे. वहीं पर यह पार्किंग विवाद हुआ. देखते ही देखते मामला काफी बढ़ गया और उनकी मौत हो गई.
साइंटिस्ट की मां का छलका दर्द
साइंटिस्ट की मां मालती देवी ने NDTV के सामने मंगलवार रात हुई दर्दनाक घटना को बयां किया. उन्होंने कहा कि एक झगड़े की वजह से उन्होंने अपने बेटे को खो दिया. उन्होंने पड़ोसी मोंटी और उसके परिवार पर पार्किंग को लेकर उन्हें परेशान करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वो लोग हर दिन पार्किंग के लिए उनको परेशान करते थे. कहते थे कि कार यहां पार्क मत करो,वहां पार्क मत करो.मालती देवी ने बताया कि घटना वाली रात अभिषेक आईआईएसईआर से लौटा और अपनी बाइक खड़ी कर दी. मोंटी ने बाइक वहां से हटाने के लिए कहा और इसी बात पर बहस हो गई. अभिषेक ऊपर आया इतने में पड़ोसी चिल्लाने लगे. उन्होंने कहा कि वे बाइक को हटा देंगे. इस पर मैंने उनके कहा कि बाइक आपके सामने हैं हटा दो. इस सब के बीच अभिषेक को गुस्सा आ गया. वह नीचे गया और अपनी बाइक हटा दी,ताकि पड़ोसियों को ये पता चल सके कि वह अपनी बाइक कहीं भी लगा सकता है.
पड़ोसी ने धक्का देकर जमीन पर गिरा दिया
अभिषेक स्वर्णकार ने पड़ोसी को चेतावनी देते हुए कहा कि वह उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराएंगे. इस पर वह भड़क गया और कहा,"तू शिकायत करेगा?" चिल्लाते हुए आरोपी मोंटी ने साइंटिस्ट को जमीन पर गिरा दिया और मारपीट की. वह मौके पर ही गिर पड़े और उनकी मौत हो गई.क्या है पूरा मामला?
जानकारी के मुताबिक,यह विवाद पार्किंग को लेकर हुआ था,जिसने बाद में गंभीर रूप ले लिया. दरअसल मंगलवार रात को डॉ. अभिषेक स्वर्णकार का उनके पड़ोसी मोंटी से झगड़ा हो गया था. जिसके बाद मोंटी ने कथित तौर पर उन्हें धक्का देकर जमीन पर गिरा दिया और मुक्का मारा.अभिषेक स्वर्णकार पहले से ही बीमार थे और उनकी किडनी ट्रांसप्लांट हो चुकी थी. वह डायलिसिस पर थे. इस विवाद के बाद उनकी हालत बिगड़ गई और उन्होंने दम तोड़ दिया.डॉ. अभिषेक एक प्रतिष्ठित वैज्ञानिक थे. उनका नाम अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में भी छप चुका है. वह पहले स्विट्जरलैंड में काम करते थे और हाल ही में भारत लौटे थे. IISER में वह प्रोजेक्ट साइंटिस्ट के तौर पर काम कर रहे थे. उनका हाल ही में किडनी ट्रांसप्लांट हुआ था. अभिषेक की बहन ने उनको अपनी एक किडनी डोनेट की थी. वह डायलिसिस पर थे.